इस बीमारी में भी कारगर हैं कैंसर की कुछ दवाएं
सेहतराग टीम
किसी एक बीमारी में काम आने वाली दवा किसी दूसरी बीमारी में भी काम आए ऐसा कोई पहली बार नहीं हो रहा है। मधुमेह की कुछ दवाएं अन्य बीमारियों में भी काम आती हैं। इसी प्रकार पूरी दुनिया में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा वियाग्रा को शुरुआत में ब्लड प्रेशर और कार्डियोवस्कुलर बीमारियों के इलाज के लिए टेस्ट किया जा रहा था मगर इसका ज्यादा बड़ा इस्तेमाल कहीं और ही होने लगा।
अब भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक समेत शोधकर्ताओं ने कैंसर की उन दवाइयों की पहचान की है जिनका ह्यूमन पेपिलोमा वायरस से होने वाले संक्रमणों का इलाज करने में पुन: इस्तेमाल किया जा सकता है। यह वायरस यौन संबंध से फैलने वाला सबसे आम संक्रमण है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, एचपीवी संक्रमणों से होने वाले सर्विकल कैंसर से साल 2012 में लगभग 266,000 मौतें हुई। एचपीवी संक्रमण के खिलाफ अत्यधिक प्रभावशाली टीके मौजूद हैं जिनमें हाल ही में मंजूर किया गया गार्डासिल 9 शामिल है जो सर्विकल, योनिमुखीय, योनि और गुदा संबंधी कैंसर तथा जननांगों पर मस्से के लिए जिम्मेदार एचपीवी के नौ जीनोटाइप के खिलाफ रक्षा करता है।
हालांकि यह टीका किसी व्यक्ति के यौन रूप से सक्रिय होने से पहले देना होता है क्योंकि एचपीवी संक्रमण होने पर इसका असर नहीं पड़ता।
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